Fog Mode ON: Noida Expressway पर Speed Down, Challan Up!

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

दिसंबर जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हाईवे और एक्सप्रेसवे पर कोहरा मोटी चादर बनकर छाने लगा है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुबह के वक्त विजिबिलिटी इतनी कम हो रही है कि गाड़ियां आगे नहीं, बस अंदाज़े से चलती दिखती हैं। नतीजा—बीते कुछ दिनों में एक के बाद एक टक्कर, और ट्रैफिक पुलिस के लिए बढ़ती चिंता।

हादसों के बाद ट्रैफिक पुलिस का सख़्त फैसला

लगातार हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर ट्रैफिक पुलिस ने अब रफ्तार पर ब्रेक लगाने का फैसला किया है। पुलिस का मानना है कि कोहरे में ज़रा-सी लापरवाही बड़े हादसे में बदल सकती है। इसलिए अब एक्सप्रेसवे पर “ज्यादा स्पीड, ज्यादा रिस्क” का दौर खत्म करने की कोशिश की जा रही है।

15 दिसंबर से लागू होंगे नए स्पीड नियम

ट्रैफिक पुलिस के नए आदेश के मुताबिक, 15 दिसंबर से अगले दो महीने तक यानी 15 फरवरी 2026 तक एक्सप्रेसवे पर तय की गई स्पीड लिमिट का पालन करना अनिवार्य होगा।
नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर:

  • हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 75 km/h
  • भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 50 km/h तय की गई है

पुलिस ने साफ कहा है कि यह कोई सलाह नहीं, बल्कि Strict Order है।

किन वाहनों पर लागू होंगे नियम

यह स्पीड लिमिट सिर्फ कारों तक सीमित नहीं है। इसमें कार, जीप, वैन, पिकअप जैसे Light व्हीकल्स ट्रक, बस, ट्रेलर, टैंकर और कंटेनर जैसे Heavy व्हीकल्स सब शामिल हैं। मतलब साफ है—कोहरे में कोई भी वाहन “छूट” का हकदार नहीं।

नियम तोड़ा तो चालान तय

अगर किसी ड्राइवर ने नए आदेश को हल्के में लिया तो हल्के वाहन चालकों को ₹2000 तक जुर्माना। भारी वाहन चालकों को ₹4000 तक जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अलावा कमर्शियल व्हीकल्स पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य किया गया है, ताकि कोहरे में गाड़ी दिखाई दे सके।

समझाइश भी, सख़्ती भी

ट्रैफिक पुलिस सिर्फ चालान तक सीमित नहीं है। पुलिसकर्मी ड्राइवरों को पंफलेट बांटकर नियम समझा रहे हैं। कहीं-कहीं चाय पिलाकर ड्राइवरों को जगाए रख रहे हैं। मकसद साफ है—ड्राइवर सोए नहीं, और सड़क पर कोई हमेशा के लिए न सो जाए।

एक नज़र: Noida–Greater Noida Expressway

नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे:

  • 6 लेन वाला, टोल-फ्री एक्सप्रेसवे है
  • लंबाई करीब 25 किलोमीटर
  • रोज़ाना 1 लाख से ज्यादा वाहन यहां से गुजरते हैं
  • 2002 में करीब ₹400 करोड़ की लागत से बना
  • महामाया फ्लाईओवर से शुरू होकर परी चौक तक जाता है
  • परी चौक पर यह यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ता है

सड़क खाली दिखे तो भी भरोसा मत कीजिए

कोहरे में सबसे बड़ा धोखा यही है कि “रोड खाली लग रही है” लेकिन असल में सामने क्या है—यह कोहरा ही जानता है। यही वजह है कि पुलिस कह रही है स्पीड कम होगी तो सफर लंबा लगेगा, लेकिन हादसा नहीं होगा।

आख़िरी बात

यह नियम ड्राइवरों को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि यह याद दिलाने के लिए है कि घर पहुंचना ज़्यादा ज़रूरी है, ना कि जल्दी पहुंचना।

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